Reet 2025 Syllabus जैसा कि आप जानते हैं राजस्थान में थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती को लेकर लगभग 16 लाख से अधिक उम्मीदवार इंतजार कर रहे हैं उनके लिए सबसे बड़ी खबर है रीट परीक्षा Reet Level 2 Syllabus 2025 का पूरा सिलेबस जारी हो चुका है लेवल 2 का सिलेबस आप यहां से डाउनलोड कर सकते हैं और पूरा सिलेबस आप पढ़ सकते हैं ।
आपको बता दें कि रीट लेवल 2 का पूरा सिलेबस डाउनलोड करने के लिए आपको नीचे पूरी जानकारी विस्तार से दी गई है इसके साथ ही पूरा सिलेबस आपको दिया गया है इसकी सहायता से आप आसानी से पूरा सिलेबस डाउनलोड करके चेक कर सकते हैं इसके साथ ही आप अपना सिलेबस पढ़ भी सकते हैं और इसका प्रिंटआउट भी आप निकलवा सकते हैं ।
Reet 2025 Syllabus कब होगी परीक्षा –
सबसे पहले परीक्षा को लेकर बात करें तो आपको पता दे की रीट की परीक्षा को लेकर यह जानकारी मिली है की रीट की परीक्षा इस बार जल्दी ही आयोजित करवाई जाएगी लगभग 19, 20 जनवरी को इसकी परीक्षा का आयोजन करवाई जाने की पूरी संभावना है बताया जा रहा है कि नवम्बर 12 तक इसका नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा आपको कभी भी इसका नोटिफिकेशन देखने को मिल सकता है ।
क्योंकि यह एक पात्रता परीक्षा है इस कारण यह परीक्षा कभी भी करवाई जा सकती है इसलिए इसको लेकर कोई भी सरकार की ओर से वित्त मंत्रालय से आगे लेने की आवश्यकता नहीं है बिना आज्ञा लिए ही इसका नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है क्योंकि यह एक पात्रता परीक्षा है जो कि हर साल करवाना अनिवार्य है यह पात्रता परीक्षा इस बार आयोजित करवाई जाने की पूरी संभावना है उसके बाद थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती आयोजित होगी ।
Reet 2025 Syllabus मनोविज्ञान –
बाल विकास : वृद्धि एवं विकास की संकल्पना, विकास के विभिन्न आयाम एवं सिद्धान्त, विकास कोप्रभावित करने वाले कारक (विशेष रूप से परिवार एवं विद्यालय के संदभ्भ में) एवं अधिगम से उनका संबंध
वशानुक्रम एवं वातावरण की भूमिका
व्यक्तिगत विभिन्नताएँ : अर्थ, प्रकार एवं व्यक्तिगत विभिन्नताओं को प्रभावित करने वाले कारक।
व्यक्तित्व : संकल्पना, प्रकार व व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले कारक। व्यक्तित्व का मापन।
बुद्धि : संकल्पना, सिद्धान्त एवं इसका मापन, बहुबुद्धि सिद्धान्त एवं इसके निहितार्थ ।
विविध अधिगमकर्ताओं की समझ : पिछडे, विमंदित, प्रतिभाशाली, सृजनशील, अलाभान्वित- वंचित, विशेषआवश्यकता वाले बच्चे एवं अधिगम अक्षमता युक्त बच्चे।
अधिगम में आने वाली कठिनाइयाँ
समायोजन की संकल्पना एवं तरीके, समायोजन में अध्यापक की भूमिका
अधिगम का अर्थ एवं संकल्पना। अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक।
अधिगम के सिद्धान्त एवं इनके निहितार्थ ।
बच्चे सीखते कैसे है। अधिगम की प्रक्रियाएँ। चिन्तन, कल्पना एवं तर्क ।
अभिप्रेरणा व इसके अधिगम के लिए निहितार्थ।
शिक्षण अधिगम की प्रक्रियाएँ, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा-2005 के संदर्भ में शिक्षण अधिगम की व्यूहरचना एवं विधियाँ।
आकलन, मापन एवं मूल्यांकन का अर्थ एवं उद्देश्य, समग्र एवं सतत् मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण कानिर्माण। सीखने के प्रतिफल
क्रियात्मक अनुसन्धान
शिक्षा का अधिकार अधिनियम- 2009 अध्यापकों की भूमिका एवं दायित्व ।
Reet 2025 Syllabus हिंदी –
एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न :पर्यायवाची, विलोम, वाक्याशों के लिए एक शब्द, शब्दार्थ, शब्द शुद्धि ।
उपसर्ग, प्रत्यय, संधि और समास। संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, अव्यय ।
एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न :
रेखांकित शब्दों का अर्थ स्पष्ट करना, वचन, काल, लिंग ज्ञात करना । दिए गए शब्दों कावचन काल और लिंग बदलना ।
वाक्य रचना, वाक्य के अंग, वाक्य के प्रकार, पदबंध।
मुहावरे और लोकोक्तियाँ, विराम चिह्न ।
भाषा की शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण के उपागम, भाषा दक्षता का विकास ।
भाषायी कौशलों का विकास (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) हिंदी भाषा शिक्षण में चुनौतियाँ,शिक्षण अधिगम सामग्री, पाठय पुस्तक, बहु-माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन ।
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण समग्र एवं सतत् मूल्यांकन,उपचारात्मक शिक्षण ।
बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा 1 से 5 तक के राज्य सरकार द्वारा निधोरित पाठयक्रमसत्र 2021-22 पाठ्य पुस्तकों एवं पाठ्य वस्तु के आधार पर होगा, लेकिन कठिनाई का स्तरसैकण्डरी (कक्षा 10 ) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।
Reet 2025 Syllabus संस्कृत –
एकम् अपठितं गद्यांशम् आधारीकृत्य निम्नलिखित- व्याकरण-सम्बन्धिनः प्रश्नाः –
शब्दरूप-धातुरूप-कारक -विभक्ति -उपसर्ग-प्रत्यय- सन्धि-समास-सर्वनाम-विशेषण-अव्ययेषु प्रश्ना:-एकम् अपठितं गद्यांशम् राजस्थानस्य इतिहासं कलां संस्कृतिं चाधारीकृत्य निम्नलिखित- बिन्दुसम्बन्धिनःप्रश्ना:-
रेखांकितपदेषुक्रियापद – चयन- वचन-लकार-लिंग-सन्धि-समास -विशेष्य -विशेषणज्ञान- विलोमशब्द-प्रश्नाः ।
लकारपरिवर्तन-प्रश्नाः (लट्-लड्-लृट् -विधिलिड्लकारेषु
संख्याज्ञान- माहेश्वर-सूत्र-सम्बन्धिनः प्रश्ना:-
संस्कृतानुवाद, वाच्यपरिवर्तनम् (लट्-लकारस्य) वाक्येषु-प्रश्ननिर्माणम्, अशुद्धिसंशोधनम्, संस्कृतसूक्तयः ।
संस्कृतभाषा-शिक्षण-विधयः । संस्कृतभाषा-शिक्षण -सिद्धान्ताः ।
संस्कृतभाषाकौशलस्य विकासः, (श्रवणम्, सम्भाषणम्, पठनम्, लेखनम्)
संस्कृताध्यापनस्य अधिगमसाधनानि, पाठ्यपुस्तकानि, संप्रेषणस्य साधनानि।
संस्कृतभाषा-शिक्षणस्य मूल्यांकन-सम्बन्धिनः प्रश्ना, मौखिक-लिखितप्रश्नानां प्रकार-सततमूल्यांकनम्उपचारात्मकशिक्षणम् ।
Reet 2025 Syllabus अंग्रेजी –
Unseen Prose Passage
Synonyms, Antonyms, Spellings, Word-formation, One Word Substitution
Unseen Prose Passage
Parts of Speech, Tenses, Determiners, Degrees of comparison
Framing Questions Including Wh-questions, Active and Passive Voice,Narration, Knowledge of English Sounds and Phonetic Symbols
Principles of Teaching English, Methods and Approaches to English LanguageTeaching
Development of Language Skills, Teaching Learning Materials: (Text books, Multi-Media Materials and other Resources)
Comprehensive & Continuous Evaluation, Evaluation in English Language ।
Reet 2025 Syllabus विज्ञान और गणित का –
घातांक : समान आधार की घातीय संख्याओं का गुणा तथा भाग, घातांक नियम।बीजीय व्यंजक : बीजीय व्यंजकों का योग, व्यवकलन, गुणा एवं भाग, सर्वसमिकाएं।गुणनखण्ड : सरल बीजीय व्यंजकों के गुणनखण्ड ।समीकरण : सरल एकघातीय समीकरण।
वर्ग और वर्गमूल
घन और घनमूल
व्याज : सरल व्याज, चक्रवृद्धि ब्याज, लाभ- हानि,
अनुपात एवं समानुपात : समानुपाती भागों में विभाजन, भिन्न।प्रतिशतता, जन्म व मृत्यु दर, जनसंख्या वृद्धि, ह्रास।
रेखा तथा कोण, रेखा खण्ड, सरल एवं वक्र रेिखाएं, कोणों के प्रकार, ।
समतलीय आकृतियाँ : त्रिभुज, त्रिभुजों की सर्वांगसमता, चतुर्भुज तथा वृत्त, बहुभुज
गणित
समतलीय आकृतियों का क्षेत्रफल एवं पपरिमाप : त्रिभुज, आयत, समान्तर चतुर्भुज एवं समलम्ब चतुर्भुज।पृष्ठीय क्षेत्रफल तथा आयतनः घन, घनाभ एवं लम्बवृत्तीय बेलन।
सांख्यिकी : आंकड़ों का संग्रह एवं वर्गीकरण, बारम्बारता बंटन सारिणी, मिलान चिहन, स्तम्भ (बार) लेखाचित्रएवं आयत लेखाचित्र, वृत्तीय ग्राफ (पाई चित्र ) ।
लेखाचित्र (ग्राफ): विभिन्न प्रकार के लेखाचित्र।
प्रायिकता
गणित की प्रकृति एवं तर्क शक्तिपाठयक्रम में गणित की महत्तागणित की भाषासामुदायिक गणित
मूल्यांकनउपचारात्मक शिक्षण
शिक्षण की समस्यायें
Reet 2025 Syllabus विज्ञान –
सजीव एवं निर्जीव : परिचय, अन्तर एवं लक्षण
विज्ञान
सूक्ष्म जीवः जीवाणु, वायरस, कवक ; (लाभकारी एवं अलाभकारी)
सजीव- पौधे के प्रकार एवं विभिन्न भाग, पादपों में पोषण, श्वसन एवं उत्सर्जन, पादप और जंतु् कोशिकाओं कीसंरचना और कार्य, कोशिका विभाजन
मानव शरीर एवं स्वास्थ्य- सूक्ष्म जीवों से फैलने वाले रोग (क्षय रोग, खसरा, डिष्थीरिया, हैजा, टाइफाइड), रोगों सेबचाव के उपाय; मानव शरीर के विभिन्न तंत्र; संक्रामक रोग (फैलने के कारण और बचाव); भोजन के स्त्रोत, भोजनके प्रमुख अवयव और इनकी कमी से होने वाले रोग, संतुलित भोजन।
जन्तु प्रजनन एवं किशोरावस्था जनन की विधियाँ : लैंगिक एवं अलैंगिक, किशोरावस्था एवं यौवनारम्भ : शारीरिकपरिवर्तन, जनन में हार्मोन्स की भूमिका, जननात्मक स्वास्थ्य
यांत्रिकी- बल एवं गति, बलों के प्रकार (पैशीय बल, घर्षण बल, गुरूत्व बल, चुम्बकीय बल, स्थिर वैद्युत बल, आदि),गति के प्रकार (रेखीय, वृत्ताकार, कम्पन, आवर्त एवं घूर्णन गति), दाब, वायुमण्डलीय दाब, उत्लावन बल, कार्य एवंऊर्जा, ऊ्जा के परम्परागत तथा वैकल्पिक स्रोत, ऊर्जा संरक्षण ।
ताप एवं ऊष्मा- ताप एवं ऊष्मा का अभिप्राय, तापमापी, ऊष्मा संचरण।
प्रकाश एवं ध्वनि -प्रकाश के स्रोत, प्रकाश का परावर्तन, गोलीय दर्पण, समतल दर्पण व गोलीय दर्पण से प्रतिबिम्बबनना, प्रकाश का अपवर्तन, लैंस एवं लैंस से प्रतिबिम्ब का निर्माण, ध्वनि, ध्वनि के अभिलक्षण, ध्वनि संचरण, ध्वनि
प्रदूषण
विद्युत एवं चुंबकत्व – विद्युत धारा, विद्युत परिपथ, विद्युत धारा के उऊष्मीय, चुंबकीय एवं रासायनिक प्रभाव, चुंबक एवंचुंबकत्व।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी -दैनिक जीवन में विज्ञान का महत्व, संश्लेपिक रेशे तथा प्लास्टिक – संश्लेषिक रेशों केगुणघर्म एवं प्रकार, प्लास्टिक एवं इसके गुणधर्म, प्लास्टिक एवं पर्यावरण, डिटर्जेट, सीमेंट आदि, चिकित्सा के क्षेत्र मेंविज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (एक्स किरण, सी.टी. स्कैन, शल्य चिकित्सा, अल्ट्रासाउण्ड तथा लेजर किरणें ), दूरसंचार केक्षेत्र में फैक्स मशीन, कम्प्यूटर, इन्टरनेट, ई- मेल तथा वेबसाइट की सामान्य जानकारी।
सौर मण्डल- चन्द्रमा एवं तारे, सौर परिवार -सूर्य एवं ग्रह, धूमकेतु, तारामण्डल ।
पदार्थ की संरचना- परमाणु एवं अणु, परमाणु की संरचना; तत्व, यौगिक और मिश्रण; मिश्रण के अवयवों कापृथक्करण; तत्वों के प्रतीक, यौगिकों के रासायनिक सूत्र तथा रासायनिक समीकरण, भौतिक एवं रासायनिकपरिवर्तन।
रासायनिक पदार्थ – ऑक्साइड्स, हरित गृह प्रभाव और वैश्विक तापन, हाइड्रोकार्बन (सामान्य जानकारी),. अम्ल, क्षारऔर लवण, ऑक्सीजन गैस, नाइट्रोजन गैस, नाइदट्रोजन चक्र, कोयला, पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस ।
Reet 2025 Syllabus सामाजिक –
भारतीय सम्यता, संस्कृति. एवं समाज
सिन्धु घाटी सभ्यता, वैदिक संस्कृति, जैन व बौद्ध धर्म, महाजनपदकाल।
मौर्ये तथा गुप्त साम्रज्य एवं गुप्तोतर काल
राजनीतिक इतिहास और प्रशासन, भारतीय संस्कृति के प्रति योगदान भारत 600-1000 ईस्वी. ृहत्तर भारत
मध्यकाल एवं आधुनिक काल
भक्ति और सूफी आन्दोलन, मुगल राजपूत संबंध; मुगल प्रशासन, भारतीय राज्यों के प्रति ब्रिटिश नीति, 1857 का विद्रोह, भारतीयअर्थव्यवस्था पर ब्रिटिश प्रभाव, पुनर्जागरण एवं सामाजिक सुधार, भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन (1885-1947)
भारतीय संविधान एवं लोकतंत्र
भारतीय संविधान का निर्माण व विशेषतायें, उद्देशिका, मूल अधिकार एवं मूल कर्त्त्य, सामाजिक न्याय, बाल अधिकार व बाल संरक्षण,लोकतंत्र में निर्वाचन व मतदाता जागरूकता।
सरकार : गठन एवं कार्य
संसद; राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं मंत्रिपरिषद् उच्चतम न्यायालय, राज्य सरकार पंचायती राज एवं नगरीयस्व-शासन (राजस्थान के विशेष संदर्भ में), जिला प्रशासन व न्याय व्यवस्था।
पृथ्वी एवं हमारा पर्यावरण
सामाजिक अध्ययन
अक्षांश, देशान्तर, पृथ्वी की गतियां, वायुदाब एवं पवनें, चक्रवात एवं प्रति चक्रवात, महासागरीय परिसंचरण, ज्वालामुखी,भूकम्प, पर्यावरणीय समस्याएं एवं समाधान ।
भारत का भूगोल एवं संसाधन
भू-आकृति, प्रदेश, जलवायु, प्राकृतिक वनस्पति, वन्य जीवन, बहुउद्देशीय, नदी घाटी परियोजनाएँ, मृदा, कृषि फसलें, उद्योग, खनिज,परिवहन, जनसंख्या, मानव संसाधन,, विकास के आर्थिक एवं सामाजिक कार्यक्रम।
राजस्थान का भूगोल एवं संसाधन
भौतिक प्रदेश, जलवायु एवं अपवाह प्रणाली, झीले, मृदा जल-संरक्षण एवं संग्रहण, कृषि फसलें, खनिज एवं ऊर्जा संसाधन, राजस्थानकी प्रमुख नहरें एवं नदी घाटी परियोजनाएं, परिवहन, उद्योग एवं जनसंख्या, पर्यटन स्थल, वन एवं वन्य जीवन।
राजस्थान का इतिहास
प्राचीन सभ्यताएँ एवं जनपद, राजस्थान के प्रमुख राजवंशों का इतिहास, 1857 की क्रांति में राजस्थान का योगदान, राजस्थान मेंप्रजामण्डल जनजातीय व किसान आंदोलन, राजस्थान का एकीकरण, राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व।
राजस्थान की कला व संस्कृति
राजस्थान की विरासत (दुर्ग, महल, स्मारक) राजस्थान के मेले, त्योहार एवं लोक कलाएं, राजस्थान की चित्रकला, राजस्थान के लोकनृत्य एवं लोक नाट्य, लोक देवता, लोक संत, लोक संगीत एवं संगीत वाद्य यंत्र, राजस्थान की हस्तकला एवं स्थापत्य कला,राजस्थान की वेशभूषा एवं आभूषण राजस्थान की भाषा एवं साहित्य।
शिक्षाशास्त्रीय मुदे-।
सामाजिक विज्ञान / सामाजिक अध्ययन की संकल्पना एवं प्रकृति; कक्षा-कक्ष की प्रक्रियाएँ, क्रियाकलाप एवं विमर्श; सामाजिकविज्ञान/ सामाजिक अध्ययन के अध्यापन की समस्याएँं; समालोचनात्मक चिन्तन का विकास;
शिक्षाशास्त्रीय मुझ्धे-।
पृच्छा/ आनुभाविक साक्ष्य, शिक्षण अधिगम सामग्री एवं सहायक सामग्री, सूचना एवं संचार प्रोद्यगिकी प्रायोजना कार्य, सीखने केप्रतिफल, मूल्यांकन ।
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